शिवपूजन सहाय एक प्रसिद्ध हिंदी लेखक, उपन्यासकार, सम्पादक और पत्रकार थे। उनका जन्म अगस्त 1893 में बिहार के शाहाबाद जिले के उनवांस गांव में हुआ था ¹ ²। उन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में 1960 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था ¹।
शिवपूजन सहाय ने अपनी शिक्षा आरा (बिहार) में पूरी की और 1921 से कलकत्ता में पत्रकारिता शुरू की ¹। उन्होंने कई पत्रिकाओं का सम्पादन किया, जिनमें 'माधुरी', 'बालक', और 'साहित्य' शामिल हैं ¹। उन्होंने राजेंद्र कॉलेज, छपरा में हिंदी के प्राध्यापक के रूप में भी काम किया ¹ ²।
शिवपूजन सहाय की कुछ प्रमुख रचनाएं हैं:
- *तूती-मैना*
- *देहाती दुनिया* (1926)
- *विभूति* (1935)
- *वे दिन वे लोग* (1965)
- *बिम्ब:प्रतिबिम्ब* (1967)
- *मेरा जीवन* (1985)
- *स्मृतिशेष* (1994)
उन्होंने कई संपादकीय कार्य भी किए, जिनमें 'द्विवेदी अभिनन्दन ग्रन्थ', 'जयन्ती स्मारक ग्रन्थ', और 'हिंदी साहित्य और बिहार' शामिल हैं ¹।
शिवपूजन सहाय का निधन 21 जनवरी 1963 को पटना में हुआ था ¹ ²। उन्हें हिंदी साहित्य में उनके योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।