Sahitya Samhita Journal ISSN 2454-2695
नृत्य एवं विशेषकर कथक के क्षेत्र में बिरजू महाराज का अतुलनीय योगदान रहा, उनके घुंघरूओं की थाप और संगीत की लय और ताल आज भी जनमानस में अपनी छाप छोड़े …