Sahitya Samhita

Sahitya Samhita Journal ISSN 2454-2695

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कोरोना के संकट काल के पश्चात देश - भर में मनाई गई हर्षोल्लास पूर्ण होली


दोस्तों होली का पावन त्योहार देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया है, और ऐसा हो भी क्यों ना ??


आखिर कोविड -19 के नाम से प्रचलित हुआ वो वायरस जिसने 2020 में भारत के अंदर अपने पैर पसारने शुरू किए थे उस के भयानक काल चक्र के पश्चात अब जाकर के लोगों को प्रेम पूर्ण होली मनाने का अवसर प्राप्त हुआ है । ऐसे में सभी ने इस अवसर का पूर्ण लाभ उठाया हैं कोई भी इस अवसर को छोड़ना नहीं चाहता ।



कल रात को विधिवत तरीके से होलिका दहन किया गया जिसका मुहुर्त कल रात को 9 बजे से रात्रि 10 बजे तक का था जिसमें की ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भद्रा की पूंछ थी तथा फिर दूसरा और ज्यादा बड़ा मुहुर्त रात्रि 12.30 के पश्चात था परंतु उस मुहूर्त में यानि आधि  रात्रि को ऐसा करना  संभव ना होने के कारण लगभग सभी जगहों पर रात्रि 9 से 10 के मध्य ही इसे कर लिया गया  ।





आज प्रात से ही है होली की धूम :- आज सुबह से रंगों का त्योहार मनाया जा रहा है, ऐसे में इस साल  जयपुर, राजस्थान के प्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तर-प्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड आदि भारत के सभी शहरों में गाँवो में होली के जश्न का माहौल ही कुछ और था ।




हम आपको यह भी  बता दे कि रंगों का त्योहार कहलाता है होली । यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में सदियों से मनाया जाता आ रहा है, इसलिए ही होली से एक दिन पूर्व होलिका दहन भी किया जाता है ।






होली पर्व पर करे राशि अनुसार उपाय :-



1. मेष राशि :-  मेष राशि के स्वामी ग्रह मंगल है, जो की मनुष्य में ऊर्जा का कारक है तथा क्रोध का भी ऐसे में मेष राशि के जातक होली की पर्व की रोज गुलाबी एवं पीले रंग के वस्त्रों का प्रयोग करें एवं साथ ही भगवान श्री हरि विष्णु के महामंत्र "ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः" का यथाशक्ति जाप करें ।




2. वृषभ राशि :-  वृषभ राशि के जातक गायत्री महामंत्र का जाप करें. इस राशि के स्वामी ग्रह शुक्र है एवं शुभ कलर सिल्वर है. लेकिन इस कलर का उपयोग ना करते हुए जातको को हल्का नीला एवं आसमानी रंगों का प्रयोग अपने जीवन में करें।



3. मिथुन राशि :- मिथुन राशि के जातक 'ॐ श्री क्षीं क्लीं' मंत्र का प्रयोग करें. इस राशि के स्वामी ग्रह बुध है, इस लिए हल्के हरे रंग, गुलाबी, आसमानी रंग का प्रयोग सर्वाधिक करें ।



4. कर्क राशि :- कर्क राशि के जातकों को ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडाय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए, कर्क राशि के जातकों का स्वामी ग्रह चन्द्रमा है, जिसका रंग श्वेत है, कर्क राशि के जातकों का स्वभाव अक्सर अधिक भावनात्मक होता है ऐसे में इन जातको साधगी पूर्ण ही रहना चाहिए।



5. सिंह राशि :- सिंह राशि के जातकों को भगवान हनुमान जी की उपासना करनी चाहिए, इसके लिए वह हनुमान चालीसा, संकटमोचन हनुमानाष्टक, बजरंग बाण का भक्ति पूर्वक पाठ करें एवं ऐसे जातक गायत्री मंत्र का जाप भी कर सकते हैं, इस राशि के स्वामी ग्रह सूर्य है जिससे इसके रंग  बड़े ही सुहावने प्रतीत होते हैं कोई. सिंह राशि के लोग नारंगी एवं पीले रंगो का प्रयोग अधिक करें ।



6. कन्या राशि :- इस राशि के जातक ॐ नमः नारायणाय मंत्र का जप करें इस राशि के स्वामी ग्रह बुध है, अत हल्के हरे एवं गहरे हरे रंग का प्रयोग करें ।



7. तुला राशि :- तुला राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है इन का शुभ कलर सिल्वर तथा इस राशि के जातकों को ॐ क्लीं कृष्णाय नमः मंत्र का भक्ति पूर्वक जप करना चाहिए।



8. वृश्चिक राशि :-  इस राशि के स्वामी ग्रह मंगल है, जो कि ऊर्जा का कारक कहे जाते है, वहीं क्रोध का भी ऐसे जातकों को हनुमान चालीसा व सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।



9. धनु राशि :-  इस राशि के जातकों का स्वामी ग्रह गुरु है, जो कि संत प्रवृत्ति का कारक होते हैं इस राशि के जातको गायत्री मंत्र का जाप करे. तथा इनका शुभ रंग पीला एवं नारंगी होता है।



10. मकर राशि :- इस राशि के स्वामी ग्रह शनि होते है इनका रंग आसमानी एवं नीले के साथ-साथ फिरोजी भी होता है, ऐसे में मकर राशि के जातकों को 'ॐ नमः शिवाय' एवं 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जाप करना चाहिए ।



11. कुंभ राशि :- इस राशि का स्वामी शनि है,ॐ गं गणपते नमः एवं ॐ ऐ ह्रीं श्री लक्ष्मीदेव्यै नमः मंत्र का जाप करें ।



12. मीन राशि :- ऐसे जातकों हनुमान जी भगवान की पूजा एवं उपासना कर उनके आशीष से समाज में यशस्वी होकर रहना चाहिए।