Sahitya Samhita

Sahitya Samhita Journal ISSN 2454-2695

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भोजपुरी सिनेमा: एक रोचक यात्रा Bhojpuri Cinema

 


भोजपुरी सिनेमा, जिसे अक्सर "भोजवुड" के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय फिल्म उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसकी उत्पत्ति उत्तर प्रदेश और बिहार के उन क्षेत्रों में हुई जहां भोजपुरी भाषा बोली जाती है। भोजपुरी फिल्में, अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक छाप के साथ, न केवल भारत में बल्कि नेपाल और मॉरीशस जैसे देशों में भी प्रचलित हैं, जहां भोजपुरी बोलने वाली आबादी निवास करती है।

भोजपुरी सिनेमा का उदय

भोजपुरी सिनेमा की शुरुआत 1962 में फिल्म "गंगा मैया तोहे पियरी चढ़ैबो" से हुई, जिसने भोजपुरी भाषा में फिल्मों के निर्माण को एक नई दिशा प्रदान की। इसके बाद से, भोजपुरी सिनेमा ने विविध प्रकार की फिल्में प्रदान की हैं, जिनमें से अधिकांश में सामाजिक मुद्दों, रोमांस, ड्रामा, और एक्शन का समावेश रहता है।

विकास और प्रभाव

भोजपुरी फिल्म उद्योग में 2000 के दशक में काफी वृद्धि हुई, जिसमें नए तकनीकी उपकरणों और बेहतर उत्पादन तकनीकों के साथ फिल्मों का निर्माण होने लगा। इस दौरान, कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल रहीं और भोजपुरी सिनेमा की पहचान और मजबूत हुई।