Sahitya Samhita

Sahitya Samhita Journal ISSN 2454-2695

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सबका पसंदीदा टेलीविजन ऐसे पहुँचा लोगों के घरो तक




दोस्तों जहाँ पहले के जमाने में विभिन्न प्रकार के नृत्यों, नाटकों एवं नुक्कड़ के जरिये से लोग अपना मन बहला लिया करते थे. तब वहीं अगर हम आज की जमाने की बात करतें है तो लोगों द्वारा पसंद किया जाने वाला सबसे सुगम एवं पसंदीदा मनोरंजन का केंद्र है टेलीविजन। इसे हम लघु रूप में टीवी कहते हैं । 





सबसे अच्छी बात यह है की इससे  मनोरंजन करने के लिए हमें कहीं जाने की आवश्यकता नहीं है बस इसे आन  करे एवं अपना  मनपसंदीदा नाटक देख ले.




टीवी पर गीत, नृत्य एवं नाटक तथा फिल्मों जैसी कई मनोरंजन की चीजे  तो होती ही हैं साथ ही विभिन्न उत्पादों की जानकारी तथा देश - विदेश की ख़बरें भी यहाँ से हमें पल भर में प्राप्त हो जाती हैं। इसी कारण से टेलीविज़न आज के समय में एक बहुत ही उपयोगी चीज बन गया है।




टेलीविजन का आविष्कार :-  हम आपको बता दे कि दुनिया में सर्वप्रथम  टेलीविजन का आविष्कार 25 मार्च 1925 में जाॅन लागी बेयर्ड नें  किया था। यह एक मेकेनिकल टेलीविजन था इसमें कलरफुल चित्र नहीं दिखाई दिया करते थे।


इसके पश्चात 7 सितंबर 1927 में  फर्नवर्थ नें एक इलेक्ट्रानिक टेलीविजन का निर्माण किया। उनके बनाए हुए इस टेलीविजन में मेकेनिकल टेलीविजन के मुकाबले कहीं अधिक नये फीचर्स जुड़े थे। इस टेलीविजन में चित्र प्रसारण करने की क्षमता भी अधिक थी।




इस टेलेविजन में रंगीन चित्र दिखना संभव नहीं  था। इसे देखते हुए ही चार्ल्स फ्रांसिस जेंकिन्स नें सन् 1938 में रंगीन टेलीविजन का आविष्कार किया।




भारत देश में टेलीविजन का आविष्कार :- भारत में सन् 15 सितंबर 1959 को टेलीविज़न की शुरुआत हुई थी। उस वक्त टीवी पर कुछ वक्त के लिए कार्यक्रमों का प्रसारण हुआ करता था तथा फिर 1965 के पश्चात दैनिक प्रसारण शुरू हो गए थे।


हम आपको बता दे कि दिल्ली में सबसे पहले टेलीविजन की शुरुआत करी गई थी। भारत में दूरदर्शन सबसे पहला टीवी चैनल था।





पहले शुरूआत में ब्लैक एंड वाइट टीवी चला करते थे परंतु बाद में सन 1982 में भारत में सर्वप्रथम रंगीन टीवी की शुरुआत हुई थी। वैसे बहुत सी जगहों पर टेलीविजन को हिंदी में दूरदर्शन कह दिया जाता हैं क्योंकि यह दूर के किसी व्यक्ति या वस्तु की गति करती हुई तस्वीर हमारे समक्ष प्रस्तुत करता हैं।




वैसे वास्तविकता में टेलीविजन की स्क्रीन पर तस्वीरे ही प्रदर्शित होती हैं जो कि इतनी तेजी से बदलती हैं कि हमारी आँखों को यह लगता हैं कि वह गति कर रही हैं. तथा यह गति करती हुई तस्वीरे अब बदलते आधुनिक वक्त के साथ काफी आधुनिक हो गयी हैं।





टेलीविजन के विभिन्न प्रकार :-  दोस्तों वर्तमान समय में टेलीविजन के विभिन्न प्रकार उपलब्ध है जिनको हम विभिन्न प्रकार से विभाजित कर सकते हैं  कि टेक्नोलॉजी, फीचर्स एवं स्क्रीन के आधार पर टेलीविजन को सरलता से विभाजित कर सकते हैं। वैसे वर्तमान समय में लोगों के द्वारा ये कुछ प्रकार के टीवी विशेष पसंद किए जा रहे है।


1. सी आर टी ( केथोड रे ट्यूब )

2. प्लासमा डिस्पले पैनल

3. डी. एल. पी. (डीजिटल लाईट प्रोसेसिंग)

4. एल सी डी ( लिक्विड क्रिस्टल डिस्पले )

5. एल.ई.डी (लाईट एमिटिंग डायोड )

6. ओ.एल.ई.डी ( ओरगेनिक लाईट एमिटिंग डायोड )

7. क्यू.एल.ई.डी. (क्वांटम लाइट एमिटिंग डायोड)