प्रस्तावना– मानव एक सामाजिक प्राणी है; अत: समाज में रहकर उसे अन्य प्राणियों के प्रति कुछ दायित्वों का भी निर्वाह करना पड़ता है। इसमें परहित अथवा परोप…
Read moreप्रस्तावना “देहरिया पर्वत भई, आँगन भयो विदेस। ले बाबुल घर आपनौ, हम चले बिराने देस।।” माँ, बाप, बहिन और भाभियों से गले मिलती, पितृगृह की हर वस्तु को ह…
Read moreप्रस्तावना– रहीम ने कहा है– ‘रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून। पानी गये न ऊबरै, मोती, मानुस, चून।। अर्थात् पानी मनुष्य के जीवन का स्रोत है। इसके बिन…
Read moreप्रस्तावना– महापंडित राहुल सांकृत्यायन कहते हैं कि ‘मनुष्य एक जंगम प्राणी है। अपने आविर्भाव के आदिचरण से ही मानव की प्रकृति घुमक्कड़ी की रही है। इसके…
Read moreमानव जीवन की चार अवस्थाओं में से ब्रह्मचर्य आश्रम जन्म से लेकर 25 वर्ष तक की आयु के काल को कहा जाता है। यही जीवन विद्यार्थी जीवन भी है। प्राचीन काल म…
Read moreकेंद्र सरकार ने कहा है कि इस फैसले के साथ ही अफगान नागरिकों को पहले जारी किए गए सभी वीजा अब अवैध हो गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फैसला क…
Read moreउन पर अश्लीलता का मामला चला , हालाँकि यह मामला बाद में वापस ले लिया गया। आलोचकों के अनुसार उनकी कहानियों में समाज के विभिन्न पात्रों का आईना दिखाया …
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