और क्या करती है सियासत
Abstract
शांति के नाम पे दिया है दहशत
और क्या किया है सियासत
खत्म करके विदेशी हुकूमत
फोर फोर कर जनता की किस्मत
नई जिंदगी की तसल्ली देती है सियासत
दिली रिश्तों को बाँट कर, खत्म कर मुहब्बत
हर रोज नयी शांति प्रक्रिया शुरु करती है